
ALTBalaji और Ullu पर एडल्ट वेब सीरीज़ की बढ़ती लोकप्रियता का असली सच
ख़बरीडोज़ एंटरटेनमेंट स्पेशल रिपोर्ट
दिनांक: 28 जून 2025
शीर्षक: ALTBalaji और Ullu पर एडल्ट वेब सीरीज़ की बढ़ती डिमांड के पीछे क्या है असली वजह?
भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने बीते कुछ वर्षों में मनोरंजन की परिभाषा को पूरी तरह बदल दिया है। जहां पहले दर्शकों के पास सिर्फ टीवी सीरियल या फिल्मों तक ही सीमित विकल्प होते थे, वहीं अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर हर स्वाद और सोच के अनुसार कंटेंट मौजूद है। इस डिजिटल क्रांति का एक बड़ा पहलू रहा है एडल्ट वेब सीरीज़ का उभार, जिसमें सबसे प्रमुख नाम बनकर उभरे हैं – ALTBalaji और Ullu। ये दोनों प्लेटफॉर्म्स अब न केवल हज़ारों दर्शकों के पसंदीदा बन चुके हैं, बल्कि उन्होंने एक ऐसा ट्रेंड शुरू किया है जिसे नज़रअंदाज़ करना मुश्किल है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आख़िरकार ऐसी सीरीज़ की मांग इतनी तेज़ी से क्यों बढ़ रही है?
इसका सबसे पहला और अहम कारण है भारतीय दर्शकों की बदलती सोच और पसंद। लंबे समय तक भारतीय टेलीविजन और सिनेमा में रिश्तों, सेक्स, वर्जनाओं और निजी इच्छाओं पर खुलकर बात करना लगभग वर्जित माना जाता था। लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने इस सेंसरशिप और सामाजिक बंधनों को तोड़ते हुए ऐसे विषयों को परोसा जो सीधे दर्शकों की जिज्ञासा और वास्तविकता से जुड़े हुए हैं। ALTBalaji की ‘गंदी बात’ या Ullu की ‘चरमसुख’ और ‘पलंग तोड़’ जैसी सीरीज़ ने यह दिखाया कि यदि कहानी में लोकल टच, इमोशनल एंगल और थोड़ा बोल्डनेस हो, तो दर्शक जुड़ाव महसूस करते हैं।

दूसरा बड़ा कारण है इन प्लेटफॉर्म्स का कम लागत में उपलब्ध होना। जहां नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार और प्राइम वीडियो जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स महंगे सब्सक्रिप्शन पर चलते हैं, वहीं ALTBalaji और Ullu ने बेहद सस्ते प्लान्स (₹49 से ₹99 प्रति माह) में दर्शकों तक पहुंच बना ली है। यह विशेष रूप से छोटे शहरों और गांवों के युवा वर्ग को आकर्षित करता है, जिनके पास सीमित बजट होता है लेकिन मनोरंजन की इच्छा भरपूर होती है।
तीसरा कारण है मोबाइल और इंटरनेट की पहुंच। अब देश के कोने-कोने में 4G नेटवर्क और सस्ते स्मार्टफोन की उपलब्धता ने हर हाथ में निजी स्क्रीन दे दी है। इससे लोग बिना परिवार या समाज की नज़रों में आए, अपने निजी स्पेस में जो चाहे देख सकते हैं, और यही एडल्ट कंटेंट की लोकप्रियता को और बढ़ाता है। खासकर युवा वर्ग के लिए ये प्लेटफॉर्म्स “गिल्टी प्लेजर” बन चुके हैं – यानी ऐसी चीज़ें जिन्हें वे खुलकर नहीं बताते, पर चुपचाप देखते ज़रूर हैं।
सोशल मीडिया और वायरल मार्केटिंग ने भी इन सीरीज़ को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब टीज़र, और टेलीग्राम चैनलों पर इन शोज़ के क्लिप्स वायरल होते हैं, जिससे लोगों की जिज्ञासा बढ़ती है। Ullu और ALTBalaji ने इस डिजिटल वर्ल्ड में बिना बड़े बजट के स्मार्ट मार्केटिंग का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
इसके अलावा इन सीरीज़ का फॉर्मेट भी दर्शकों को आकर्षित करता है। 15-20 मिनट के छोटे एपिसोड, सीधे-सरल संवाद, और हाई इमोशनल या एरोटिक कनेक्ट इन्हें “बिंज-वॉच” के लिए आदर्श बनाता है। दर्शकों को लंबी कहानियों का इंतज़ार नहीं करना पड़ता – एक एपिसोड देखा, तो दूसरा भी ज़रूर देखेंगे।
हालांकि, इस ट्रेंड के साथ कुछ चिंताएं भी जुड़ी हैं। आलोचकों का कहना है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर स्टोरीटेलिंग से ज्यादा फोकस सिर्फ बोल्ड सीन्स पर होता है, जिससे कंटेंट की गुणवत्ता प्रभावित होती है। कई बार इन शोज़ में महिलाओं की छवि को वस्तुवादी तरीके से पेश किया जाता है, और सामाजिक मुद्दों की बजाय सिर्फ इरोटिक एलिमेंट्स पर ज़ोर दिया जाता है।

फिर भी, दर्शकों की बढ़ती संख्या यह साबित करती है कि भारत में मनोरंजन का स्वाद बदल रहा है। अब दर्शक सिर्फ ‘संस्कार’ नहीं, सच्चाई, जिज्ञासा और विविधता भी देखना चाहते हैं। ALTBalaji और Ullu जैसे प्लेटफॉर्म्स ने यह जोखिम उठाया और एक नई ऑडियंस को अपनी ओर खींचा।
निष्कर्षतः, एडल्ट वेब सीरीज़ की डिमांड इस बात का संकेत है कि भारत में अब सिर्फ पारंपरिक मनोरंजन ही नहीं, बल्कि प्रयोगात्मक, साहसी और प्रासंगिक कहानियों के लिए भी जगह बन रही है। अगर इन प्लेटफॉर्म्स ने कंटेंट की गुणवत्ता और विविधता पर ध्यान दिया, तो यह ट्रेंड आने वाले समय में और मज़बूत हो सकता है।
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